
तिल्दा-नेवरा।
नगर में सट्टे का अवैध कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। रेलवे ओवरब्रिज के नीचे और कैंप क्षेत्र में बिना किसी भय के सट्टा संचालित हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी के बावजूद यह कारोबार धड़ल्ले से चलना कई सवाल खड़े करता है।
लोगों का आरोप है कि इस धंधे के पीछे बड़े और प्रभावशाली लोगों का हाथ है। उनकी पकड़ इतनी मजबूत है कि पुलिस-प्रशासन भी सख्त कार्रवाई करने से कतराता है। अक्सर होता यह है कि पुलिस केवल छोटे खिलाड़ियों पर कार्रवाई दिखाकर खानापूर्ति करती है, जबकि असली सट्टा किंग हमेशा बच निकलते हैं।
जनचर्चा यह भी है कि कहीं न कहीं प्रशासन को भी इस खेल का हिस्सा तो नहीं मिल रहा। यही वजह है कि सट्टे का यह अवैध कारोबार लगातार फलता-फूलता जा रहा है और कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहा है।
अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर कब वह दिन आएगा जब तिल्दा-नेवरा के सट्टा किंग पुलिस की गिरफ्त में होंगे, या फिर प्रशासन इसी तरह आंख मूंदे बेबस बना रहेगा?