
गुवाहाटी, असम: भारतीय युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन गुवाहाटी में चल रही BWF विश्व जूनियर चैंपियनशिप 2025 में जारी है। टूर्नामेंट में पहले ही ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद, युवा शटलरों ने व्यक्तिगत स्पर्धाओं में भी अपना दबदबा बनाए रखा है।
टीम स्पर्धा में ऐतिहासिक कांस्य पदक
भारत ने पहली बार BWF विश्व जूनियर मिश्रित टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा।
सेमीफाइनल में भारतीय टीम इंडोनेशिया से हार गई, लेकिन इससे पहले क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया को हराकर यह ऐतिहासिक पदक पक्का किया।
व्यक्तिगत स्पर्धा में शानदार शुरुआत
मंगलवार, 14 अक्टूबर को व्यक्तिगत स्पर्धाओं में, भारतीय खिलाड़ियों ने कई शानदार जीत दर्ज कीं।
लड़कियों का एकल: शीर्ष वरीयता प्राप्त तन्वी शर्मा और आठवीं वरीयता प्राप्त उन्नति हुडा ने अपने-अपने मैच आसानी से जीतकर अगले दौर में प्रवेश किया।
तन्वी ने पोलैंड की विक्टोरिया कालिटका को 15-2, 15-1 से हराया।
उन्नति ने हॉन्ग कॉन्ग की लिउ होई अन्ना को 15-8, 15-9 से मात दी।
लड़कों का एकल: रौनक चौहान और सूर्याक्ष रावत सहित सभी चार भारतीय खिलाड़ियों ने अगले दौर में जगह बनाई।
टूर्नामेंट में पहली बार उपयोग किए गए नए 3×15 प्रारूप में भी खिलाड़ियों ने अच्छा तालमेल बिठाया।
खिलाड़ियों ने इस प्रारूप को “तीव्र” बताया, जिसमें हर अंक महत्वपूर्ण है।
घरेलू मैदान पर प्रदर्शन
17 साल बाद इस चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा भारत, घरेलू दर्शकों के सामने खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है।
राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में भारतीय शटलरों को दर्शकों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।
आगे की राह
यह जीत भारतीय बैडमिंटन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो भविष्य के लिए नई उम्मीद जगाता है।
आने वाले दिनों में और भी रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, जहां ये युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को जारी रखने की कोशिश करेंगे।




