
मोहम्मद उस्मान सैफी
रायपुर। राजधानी से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है। विधानसभा थाना क्षेत्र में पेट्रोल-डीजल चोरी के बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें थाना प्रभारी की संलिप्तता भी उजागर हो गई है।
मामला तब गंभीर हो गया जब इस चोरी के नेटवर्क का खुलासा करने की खबर प्रकाशित करने पर पत्रकार मोहम्मद उस्मान सैफी को जान से मारने की धमकी दी गई। हैरानी की बात यह रही कि धमकी मिलने के बाद भी विधानसभा थाना प्रभारी ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की।
पत्रकार ने मामले की जानकारी तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों—आईजी रायपुर अमरेश मिश्रा और एसपी रायपुर लाल उमेद सिंह—को दी। अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए सिर्फ एक दिन में क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई करवाई।
इस कार्रवाई में चार टैंकर जब्त किए गए और 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में यह भी साफ हो गया कि थाना प्रभारी की आरोपियों से मिलीभगत रही है।
अब बड़ा सवाल यह है कि—
👉 क्या शासन-प्रशासन दोषी थाना प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई करेगा?
👉 और खाद्य विभाग आखिर कब इस तरह की अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाएगा?