मीसाबंदी शत्रुघ्न लाल वर्मा का निधन, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तथा राष्ट्रीय ध्वज सम्मानपूर्वक परिजनों को सौंपा गया।
तिल्दा-नेवरा – विकासखंड के ग्राम मोहगांव निवासी मीसाबंदी शत्रुघ्न लाल वर्मा (73) का शनिवार को माइनर अटैक के बाद निधन हो गया। रविवार को उनके गृह ग्राम मोहगांव के मुक्तिधाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया तथा राष्ट्रीय ध्वज सम्मानपूर्वक परिजनों को सौंपा गया।
स्वर्गीय शत्रुघ्न लाल वर्मा वर्ष 1975 की इमरजेंसी के दौरान 19 माह तक जेल में रहे। वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद उनकी रिहाई हुई। वे सरल, सहज स्वभाव के धनी थे और लंबे समय तक समाज सेवा से जुड़े रहे। शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा—वे नेवरा ज्ञान दीप स्कूल का संचालन करते थे।

उनके निधन की सूचना मिलते ही ग्राम मोहगांव सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके पुत्र मोहित वर्मा ने बताया कि कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी, बाद में स्थिति सामान्य हो गई थी, लेकिन शनिवार को अचानक माइनर अटैक आने से उनका निधन हो गया।

अंतिम संस्कार से पूर्व पार्थिव शरीर को राष्ट्रीय ध्वज ओढ़ाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जिला प्रशासन के नियमानुसार परिजनों को अंत्येष्टि सहायता राशि भी प्रदान की गई। इस अवसर पर पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी तथा ग्राम के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।




