
तिल्दा नेवरा।
बैकुंठपुर स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में मंगलवार को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब प्रबंधन द्वारा लगभग 150 मजदूरों को अचानक काम से निकाल दिया गया। विरोध में नाराज मजदूर धरने पर बैठ गए, जिससे प्लांट परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
धरने पर बैठे मजदूरों का आरोप है कि बिना किसी नोटिस के सभी को काम से हटा दिया गया। उनकी प्रमुख मांगें हैं —
सभी निकाले गए मजदूरों को तुरंत काम पर वापस लिया जाए,
यूनियन से जुड़े 9 सदस्य, जिनमें 5 यूनियन प्रतिनिधि और 4 इंटक यूनियन से संबंधित कर्मचारी शामिल हैं, को पुनः बहाल किया जाए,
और सभी मजदूरों को बोनस भुगतान किया जाए — जिसमें स्थायी कर्मचारियों के लिए ₹34,800 और ठेका मजदूरों के लिए ₹19,500 की मांग की गई है।
मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि प्लांट के प्रबंधक ने गाली-गलौज की, जो पहले भी कई बार हो चुकी है। उनका कहना है कि “अब इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
धरना स्थल पर अल्ट्राटेक कर्मचारी यूनियन और इंटक यूनियन के सदस्य मौजूद रहे। वहीं, मजदूरों के समर्थन में कांग्रेस नेता एवं बलौदाबाजार विधानसभा के छाया विधायक शैलेश नितिन त्रिवेदी भी पहुंचे